मीरा जी और कृष्ण जी जैसा था लता जी और केएल सहगल जी का रिश्ता

मीरा जी और कृष्ण जी जैसा था लता जी और केएल सहगल जी का रिश्ता 

राहुल पांडे 'अविचल' 

मीरा जी बहुत छोटी थीं तो उन्हें उनकी भाभी एक कहानी सुना रही थीं जिसमें मीरा जी की भाभी ने अपनी सखी के विवाह के विषय में बताया तो मीरा जी ने कहा कि मेरा दूल्हा कहाँ है? कहीं कहीं लिखा है कि गांव में बारात आयी थी तो मीरा जी ने कहा कि भाभी बाजा कहाँ बज रहा है तो भाभी ने कहा कि गांव में बारात आयी है, किसी का विवाह होने वाला है। मीरा जी ने पूँछा कि बारात क्या होती है तब भाभी ने कहा दूल्हा आता है एक लड़का और एक लड़की की शादी होती है, इससे पति-पत्नी का रिश्ता बनता है। तब मीरा जी ने कहा कि मुझे भी मेरे पति से मिलाइये भाभी। इसपर भाभी ने कहा कि जब तुम बड़ी हो जाओगी तब तुम्हारा विवाह होगा। मगर मीरा जी जिद करने लगीं तो भाभी ने पूजाघर में ले जाकर बताया कि यही आपके पति हैं। भगवान कृष्ण की प्रतिमा को देखकर मीरा जी ने उन्हें अपना पति मान लिया। जब मीरा जी बड़ी हुयीं तो उनका विवाह सिसोदिया वंश के कुल नायक मेवाड़ के महाराज भोजराज से हुआ जो कि महाराणा सांगा के पुत्र थे। मीरा जी अपने साथ भगवान कृष्ण की मूर्ति लेकर ससुराल गयीं थीं। प्रथम मिलन पर महाराज भोजराज से मीरा जी ने कहा कि तुम मेरे पति नहीं हो, मेरा पति कोई दूसरा है। आपसे मेरा विवाह जबरजस्ती किया गया है। महाराणा भोजराज ने कहा कि आपका पति कौन है? तब मीरा जी ने भगवान कृष्ण की मूर्ति दिखाई तो महाराज भोजराज की आंखें भर आयीं और उन्होंने कहा कि पगली ये तो पूरी दुनिया के पति हैं। महाराज भोजराज ने मीराबाई को बहुत स्नेह और प्यार दिया। महाराज के निधन के बाद मीराबाई को सती कराने का प्रयास किया गया। मीराबाई ने सती होने से इंकार कर दिया और कहा कि मेरे पति घनश्याम जिंदा हैं। मीराबाई भगवान की भक्ति में लीन हो गयीं। उन्हें कई बार राजपरिवार ने मारने का प्रयास किया लेकिन वह वृंदावन चली गयीं और श्याम की भक्ति में रम गयीं। 
लता मंगेशकर जी जब छोटी बच्ची थीं तो उन्होंने पिता के साथ संगीत का रियाज करते हुए कहा कि मैं केएल सहगल से विवाह करुंगी। उन्होंने केएल सहगल को अपना पति मान लिया। पिता ने कहा कि जब तुम बड़ी होगी तब तक वह बूढ़े हो चुके होंगे। मगर वह कहती कि पिताजी मैं बूढ़े केएल सहगल से ही विवाह कर लूंगी। अफसोस वह कभी केएल सहगल से मिल नहीं सकीं। जब लता जी अट्ठारह वर्ष की हुईं तो उन्होंने जीवन का पहला रेडियो खरीदा और जैसे ही रेडियो चालू किया तो उसमें केएल सहगल की मौत की खबर चल रही थी। लता जी बहुत रोयीं और जब केएल सहगल के घर गयीं तो केएल सहगल की पत्नी ने लता जी को सहगल साहब की बहुमूल्य वस्तुएं उपहार में दिया। मगर दिल से लता जी ने हमेशा उसी तरह केएल सहगल को पति माना जैसे मीराबाई भगवान कृष्ण को पति मानती थीं। वस्तुतः लता जी के प्रेम के चर्चे सी रामचंद्र और राज सिंह डूंगरपुर से भी उठते हैं। मगर संगीत की महान साम्राज्ञी ने अभिनय और संगीत जगत के प्रथम सुपरस्टार को बचपन में ही अपना पति मान लिया था।


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