एक दिवसीय धरने पर बैठे शिक्षक राजनीति के पुरोधा अभिमन्यु प्रसाद तिवारी

एक दिवसीय धरने पर बैठे शिक्षक राजनीति के पुरोधा अभिमन्यु प्रसाद तिवारी राहुल पांडे 'अविचल' उम्र का एक ऐसा पड़ाव जब किसी इंसान को अपने पैरों के बल चल पाने में तकलीफ होती है, इस उम्र में दूसरों के कदमों को मजबूत करने व बुढ़ापे का सहारा कही जाने वाली पुरानी पेंशन के लिए अस्सी वर्ष के अभिमन्यु प्रसाद तिवारी युवाओं के हित में लखनऊ के ईको गार्डन में एकदिवसीय धरने पर बैठ गए। उनकी जिजीविषा को देखकर प्रदेश भर से आये शिक्षकों ने दांतों तले उंगली दबा ली। अभिमन्यु प्रसाद तिवारी कई दशक तक उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष रहे। उन्होंने शिक्षकों के हित में सदैव संघर्ष किया एवं युवाओं के भविष्य को लेकर हमेशा चिंतनशील रहे। उत्तर प्रदेश की कल्याण सिंह सरकार ने प्राथमिक शिक्षक के संवर्ग को मृत घोषित कर दिया तो अभिमन्यु प्रसाद तिवारी ने कहा कि संवर्ग मृत होने से भविष्य में कभी शिक्षक भर्ती नहीं होगी तो युवाओं का भविष्य चौपट हो जाएगा। युवाओं के हित में सड़क पर उतर गए और अंत में सरकार को झुकना पड़ गया था। जिसके परिणामस्वरूप शिक्षकों की भर्ती अनवरत होती आ ...